धर्मान्तरण
एक छोटे से गांव की, जहां रहने वाले एक युवक नाम रवि अपने परिवार के साथ खुशहाली से जी रहा था। वह और उसका परिवार अपने धर्म और आचरणों में प्रबल थे और सदैव अपने मान्यताओं का पालन करते थे। एक दिन, रवि के गांव में एक अज्ञात युवती आई जिसका नाम लता था। वह दूसरे धर्म से थी और अपने मित्र के साथ यहां आई थी। रवि और लता की देखभाल का जिम्मा रवि के परिवार पर था। रवि ने लता को अपने घर में स्वागत किया और उसे अपने धर्म और आदतों के बारे में बताया। लता भी उसकी संगठन में रुचि दिखाई और वहां की शांति और प्रेम की वातावरण को पसंद किया। धीरे-धीरे, रवि और लता के बीच एक अटूट दोस्ती और सम्बन्ध बन गए। उन्होंने एक-दूसरे के सोच और मान्यताओं का सम्मान किया और आपस में संवाद बनाए रखा। लेकिन रवि के परिवार को इस दोस्ती से असहजता और चिंता होने लगी। एक दिन, रवि के पिताजी ने उनसे कहा, "रवि, हमें ये समझना होगा कि धर्मान्तरण एक गंभीर फैसला है और इसके साथ कई समस्याएं जुड़ी होती हैं। हमें यह देखना चाहिए कि क्या यह संघर्ष और दुखद दौर लाएगा या फिर सद्भाव, समरसता और प्रेम का मार्ग होगा।" रवि इस बात पर सोचने लगा। उसके मन ...